Litchi Farming: लीची की फसल में बढ़ा इस खतरनाक कीट का खतरा, उत्पादन में आ रही 80% तक गिरावट, जानिए बचाव के तरीके

Harsh

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Litchi Farming में किसान हमेशा अपनी मेहनत और फसल की रक्षा के लिए नए तरीके ढूंढ़ते हैं। इस समय लीची के बागों में एक खतरनाक कीट स्टिंक बग का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जो Litchi Farming के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। इस कीट के कारण किसानों को अपनी फसल में 80% तक की गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको Litchi Farming में इस खतरनाक कीट से बचने के कुछ आसान उपायों के बारे में बताएंगे, ताकि आपकी फसल सुरक्षित रहे और आपको अच्छे उत्पादन का लाभ मिले।

Litchi Farming का सबसे बड़ा दुश्मन

स्टिंक बग एक गुलाबी या भूरे रंग का कीट है जो लीची के पौधों के कोमल हिस्सों पर हमला करता है। यह कीट लीची के फूलों, पत्तियों, कलियों, फलों के डंठल और पेड़ की कोमल शाखाओं से रस चूसता है। इससे फूल काले पड़ने लगते हैं और फलों का गिरना शुरू हो जाता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाए, तो यह लीची की फसल को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। खासकर फरवरी से अप्रैल के बीच यह कीट बहुत सक्रिय होता है, जब लीची में फूल और फल आ रहे होते हैं।

Litchi Farming
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Litchi Farming के लिए स्टिंक बग का खतरा

पिछले साल मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण जैसे इलाकों में स्टिंक बग के कारण लीची की फसल को भारी नुकसान हुआ था। इस कीट के कारण किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया था। Litchi Farming में इसका प्रभाव इतना अधिक था कि पूरी फसल बर्बाद हो सकती थी। अब कृषि विभाग और राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र ने किसानों को चेतावनी दी है कि वे इस कीट के बारे में जागरूक रहें और समय रहते उचित कदम उठाएं।

स्टिंक बग की पहचान कैसे करें?

Litchi Farming में स्टिंक बग की पहचान करना बेहद जरूरी है, ताकि इसे समय रहते नियंत्रित किया जा सके। यह कीट आमतौर पर गुलाबी या भूरे रंग का होता है और यह झुंड में एक साथ हमला करता है। स्टिंक बग लीची के फूलों, फलों और शाखाओं से रस चूसता है, जिसके कारण फूल काले पड़ने लगते हैं और गिरने लगते हैं। इसके अलावा, पेड़ की वृद्धि रुक जाती है और उत्पादन में गिरावट आती है।

स्टिंक बग से बचाव के तरीके

Litchi Farming में स्टिंक बग से बचाव के लिए किसानों को निम्नलिखित उपायों का पालन करना चाहिए:

  1. प्रारंभिक निगरानी: बागों में नियमित निगरानी रखें और स्टिंक बग के शुरुआती लक्षणों को पहचानें। समय रहते इस पर कार्रवाई करें। 
  2. घरेलू उपाय: सुबह के समय लीची के पेड़ों की शाखाओं को हल्के से हिलाएं ताकि गिरने वाले कीटों को इकट्ठा किया जा सके। इन कीटों को मिट्टी में दबाकर नष्ट कर दें। 
  3. कीटनाशकों का उपयोग: Litchi Farming में स्टिंक बग से बचाव के लिए उचित कीटनाशकों का छिड़काव करें। कृषि विभाग द्वारा सुझाए गए कीटनाशकों का सही तरीके से उपयोग करें। 
  4. कीटनाशकों के संयोजन: कृषि विभाग और राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र ने स्टिंक बग के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए कुछ कीटनाशक संयोजनों की सिफारिश की है। 
  5. दोबारा छिड़काव: किसानों को यह सलाह दी जाती है कि वे कीटनाशकों का छिड़काव दो बार करें, एक बार 15 दिन के अंतराल पर और फिर दूसरी बार 15 दिन बाद। 

Litchi Farming में स्टिंक बग से बचाव के लिए कीटनाशक संयोजन

  • थियाक्लोप्रिड 21.7% एस.सी (0.5 मिली) + लैम्डासायहैलोथ्रिन 5% ई.सी (1.0 मिली) को प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़कें। 
  • थियाक्लोप्रिड 21.7% एस.सी (0.5 मिली) + फिप्रोनिल 5% एस.सी (1.5 मिली) को प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें। 
  • थियाक्लोप्रिड 21.7% एस.सी (0.5 मिली) + प्रोफेनोफोस 50% ई.सी (1.5 मिली) को भी प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। 
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Litchi Farming में स्टिंक बग से बचाव की योजना

Litchi Farming में स्टिंक बग से बचाव के लिए किसानों को नियमित निगरानी और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। जैसे ही कीट के लक्षण दिखाई दें, तुरंत कीटनाशकों का छिड़काव करें। बायोमेट्रिक नियंत्रण, रासायनिक उपाय और समय पर कार्रवाई से Litchi Farming को सुरक्षित रखा जा सकता है और उत्पादन में गिरावट को रोका जा सकता है।

Litchi Farming में स्टिंक बग जैसे खतरनाक कीटों का प्रकोप एक गंभीर समस्या बन चुका है। अगर समय रहते इस कीट को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह 80% तक की फसल को बर्बाद कर सकता है। किसानों को चाहिए कि वे नियमित रूप से अपनी फसल की निगरानी रखें, स्टिंक बग के लक्षणों पर ध्यान दें और उचित उपाय करें। Litchi Farming में इस कीट से बचाव के लिए कृषि विभाग की सलाह पर अमल करें और कीटनाशकों का सही तरीके से उपयोग करें, ताकि फसल सुरक्षित रहे और अच्छे उत्पादन का लाभ मिल सके।

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