Diwali 2025: दीवाली का त्यौहार भारत में सबसे बड़े और धूमधाम से मनाए जाने वाले त्यौहारों में से एक है। यह त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर में आता है, और इस साल 2025 में यह 18 अक्टूबर से शुरू होकर 23 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस साल दीवाली 2025 विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दौरान ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है। जानिए इस साल की प्रमुख तिथियां, शुभ मुहूर्त और हर दिन का महत्व।

Diwali 2025 कैलेंडर और महत्वपूर्ण तिथियां
| कार्यक्रम | तिथि | महत्व |
| धनतेरस | 18 अक्टूबर 2025 | दीवाली की शुरुआत; धातु और बर्तन खरीदने का दिन। |
| छोटी दीवाली | 19 अक्टूबर 2025 | दीवाली से पहले का दिन, कुछ क्षेत्रों में मनाई जाती है। |
| मुख्य दीवाली | 20 अक्टूबर 2025 | लक्ष्मी पूजा और दीवाली उत्सव का प्रमुख दिन। |
| गोवर्धन पूजा | 22 अक्टूबर 2025 | भगवान कृष्ण की पूजा, गोवर्धन पर्वत की पूजा। |
| भाई दूज | 23 अक्टूबर 2025 | भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने का पर्व। |
धनतेरस 2025 से दीवाली की शुरुआत
धनतेरस का पर्व इस साल 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। धनतेरस दीवाली का पहला दिन होता है, जब लोग नए बर्तन, धातु या आभूषण खरीदते हैं क्योंकि इसे शुभ माना जाता है और घर में समृद्धि आने का विश्वास होता है।
इस दिन को भगवान धन्वंतरि की जयंती के रूप में भी मनाते हैं, जो आयुर्वेद और स्वास्थ्य के देवता माने जाते हैं। यह दिन खासतौर पर घर की सफाई और सजावट का होता है ताकि दीवाली की तैयारियां पूरी की जा सकें।
मुख्य दीवाली (लक्ष्मी पूजा) 20 अक्टूबर 2025
20 अक्टूबर 2025 को मुख्य दीवाली मनाई जाएगी। इस दिन लक्ष्मी पूजा का आयोजन किया जाता है, जो दीवाली का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है। इस दिन अमावस्या तिथि दोपहर 3:45 बजे से शुरू होगी और 21 अक्टूबर को शाम 5:55 बजे तक रहेगी। इस साल, मंगल, सूर्य और बुध ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है, जो हर राशि के लिए शुभ फल देने वाला माना जा रहा है।
लक्ष्मी पूजा के दौरान विशेष रूप से स्थिर लग्न में पूजा करने की सलाह दी जाती है, जिससे घर में लक्ष्मी की स्थिरता बनी रहती है और समृद्धि का वास होता है। दीवाली के दिन दीप जलाने, मिठाइयाँ बनाने और परिवार के साथ पूजा करना एक पारंपरिक आयोजन होता है।
गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर 2025
Diwali के बाद गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान कृष्ण की पूजा का होता है, जिन्होंने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठाकर गांववासियों को भारी बारिश से बचाया था। गोवर्धन पूजा का आयोजन मुख्य रूप से पुष्टिमार्ग मंदिरों में होता है, जहां लोग अन्नकूट (खाने की ढेर सारी चीज़ें) अर्पित करते हैं। इस दिन गायों की पूजा भी की जाती है, और उन्हें चारा खिलाया जाता है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पर्व भी कहा जाता है, जहां भगवान कृष्ण के लिए पकवानों का भोग अर्पित किया जाता है।
भाई दूज 23 अक्टूबर 2025
भाई दूज का पर्व 23 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। यह दिन भाई-बहन के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने का दिन होता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक करती हैं और उनके लंबी उम्र की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहन को उपहार देते हैं। यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह और प्यार को प्रकट करने का अवसर है।
Diwali 2025 क्यों खास है?
इस बार Diwali 2025 ग्रहों के विशेष संयोग के कारण बेहद शुभ और खास है। मंगल, सूर्य और बुध का संयोग सभी राशियों के लिए शुभ फल देने वाला है। इसके साथ ही दीवाली के दौरान अमावस्या के समय स्थिर लग्न में पूजा करने से घर में समृद्धि और लक्ष्मी का वास होता है। इस बार दीवाली 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक विस्तृत रूप से मनाई जाएगी, और हर दिन का महत्व अलग-अलग है।

Diwali 2025 एक ऐसा पर्व है जिसे हर कोई खुशी, समृद्धि और उज्जवल भविष्य की कामना के साथ मनाता है। इस साल ग्रहों का विशेष संयोग और शुभ मुहूर्त इसे और भी खास बना रहा है। चाहे वह धनतेरस, लक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा, या भाई दूज हो, हर दिन का अपना महत्व है और यह हमें जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा देता है। तो इस दीवाली, तैयार हो जाइए अपने घर में खुशहाली और समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए!
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