Son of Sardaar 2 Movie Review: हिट या फ्लॉप? फैमिली एंटरटेनर या टाइम वेस्ट? जाने

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‘Son of Sardaar 2’ एक हल्की-फुल्की कॉमेडी फिल्म है। जो पहले पार्ट के किरदार ‘जस्सी’ (अजय देवगन) की वापसी के साथ शुरू होती है। कहानी इस बार स्कॉटलैंड पहुंचती है। जहां जस्सी अपनी पत्नी से मिलने जाता है। लेकिन हालात ऐसे बनते हैं कि उसे खुद को फौजी और पिता दिखाना पड़ता है। इस झूठ से पैदा होती हैं कई मजेदार और कभी-कभी भ्रमित कर देने वाली परिस्थितियाँ।

हास्य का तड़का – कितना हँसाया और कितना बोर किया

फिल्म में कॉमेडी के कई पंच हैं। जो दर्शकों को हँसाने की कोशिश करते हैं। लेकिन इनमें से कई जोक्स पुराने लगते हैं। खासकर इंडिया-पाकिस्तान को लेकर किए गए संवाद। दीपक डोब्रियाल और संजय मिश्रा जैसे कलाकारों की एंट्री से कुछ सीन मजेदार बन जाते हैं। लेकिन कहानी में वो रफ्तार नहीं है जो दर्शकों को बाँधकर रखे।

Son of Sardaar 2: अजय देवगन से लेकर सपोर्टिंग कास्ट तक

अजय देवगन का अभिनय हमेशा की तरह सहज और दमदार है। लेकिन इस बार उन्हें स्क्रिप्ट ने कुछ ख़ास करने का मौका नहीं दिया। मृणाल ठाकुर के साथ उनकी कैमिस्ट्री में गहराई नहीं है। और रोमांटिक सीन हल्के और बनावटी लगते हैं। दूसरी ओर, रवि किशन और संजय मिश्रा जैसे कलाकारों ने अपने-अपने किरदार में जान फूँक दी है।

Son of Sardaar 2: संगीत और डांस – ‘Pehla Tu’ बना चर्चा का विषय

फिल्म का गाना ‘Pehla Tu’ सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लेकिन कारण इसके स्टेप्स हैं। जो दर्शकों को या तो खूब हँसा रहे हैं या “क्रिंज” लग रहे हैं। म्यूजिक औसत है और कुछ गाने फिल्म की गति को धीमा कर देते हैं।

Son of Sardaar 2
Son of Sardaar 2

निर्देशन और कहानी

विजय कुमार अरोड़ा द्वारा निर्देशित यह फिल्म हास्य और भावनाओं का संतुलन बनाने की कोशिश करती है। लेकिन कहीं ना कहीं यह संतुलन बिगड़ जाता है। कहानी में कई मोड़ हैं जो दर्शकों को उलझाते हैं और फिल्म का क्लाइमैक्स जल्दी-जल्दी निपटता हुआ सा लगता है।

बॉक्स ऑफिस स्थिति और रिलीज़ का असर

फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सीमित स्क्रीन ही मिली हैं। क्योंकि उसी समय दूसरी बड़ी फिल्में भी रिलीज़ हो रही हैं। यही वजह है कि ‘Son of Sardaar 2’ को अच्छी शुरुआत नहीं मिल सकी। फिर भी अजय देवगन की फैन फॉलोइंग इसे थोड़ी मजबूती दे रही है।

Son of Sardaar 2
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दर्शकों की प्रतिक्रिया – मिली-जुली राय

कुछ दर्शकों ने फिल्म को ‘फैमिली के साथ देखने लायक’ बताया है। जबकि कुछ का कहना है कि यह पहले पार्ट जैसी दमदार नहीं है। खासकर जिन दर्शकों को पुरानी फिल्म पसंद आई थी। उन्हें ये सीक्वल थोड़ा फीका लग सकता है।

 देखना चाहिए या नहीं?

अगर आप अजय देवगन के फैन हैं और हल्की-फुल्की पारिवारिक कॉमेडी देखना चाहते हैं। तो एक बार देख सकते हैं। लेकिन अगर आप एक दमदार कहानी या कुछ नया देखने की उम्मीद कर रहे हैं। तो ये फिल्म थोड़ी निराश कर सकती है।

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