Palak Ki Kheti: बरसात में पालक की खेती से कमाई का बेहतरीन मौका, जानिए सही किस्में और तरीका

Harsh

Published on:

Follow Us

Palak Ki Kheti भारतीय किसानों के लिए एक शानदार तरीका हो सकती है बंपर मुनाफा कमाने का, खासकर बरसात के मौसम में। पालक एक ऐसी सब्जी है जो हर मौसम में उगती है, लेकिन बरसात में इसकी खेती से विशेष लाभ होता है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि इस बरसात में पालक की खेती करके अच्छा मुनाफा कैसे कमाया जाए, तो हम आपके लिए कुछ बेहतरीन टिप्स और जानकारी लेकर आए हैं।

सही किस्म का चयन, खेत की तैयारी, और देखभाल से आप न केवल अपनी खेती को हरा-भरा रख सकते हैं, बल्कि हर महीने ₹10,000 से ₹20,000 तक भी कमा सकते हैं।

Palak Ki Kheti के लिए खेत की सही तैयारी

बरसात के मौसम में पालक की खेती के लिए खेत की सही तैयारी जरूरी है। बारिश के पानी से खेत में पानी जमा न हो, इससे पौधे सड़ने लगते हैं। इसलिए, खेत में जल निकासी का अच्छा इंतजाम करें। खेत को दो बार जोतकर मिट्टी को भुरभुरी बनाएं, ताकि जड़ें आसानी से फैल सकें। इसके बाद गोबर की सड़ी खाद डालें, ताकि मिट्टी में पोषण आए और पौधे स्वस्थ रहें। मथुरा के किसान रामपाल बताते हैं कि उन्होंने अपने खेत में गोबर की खाद डालकर शानदार फसल उगाई और पहली कटाई में अच्छा मुनाफा कमाया।

Palak Ki Kheti
Palak Ki Kheti

बुवाई से पहले बीज को रातभर पानी में भिगोकर रखें, ताकि अंकुरण जल्दी और बेहतर हो। प्रति बीघा 5 से 6 किलो बीज का प्रयोग करें, जो कि काफी होता है।

Palak Ki Kheti के लिए बेहतरीन किस्में

ये कुछ खास किस्में हैं तो आपको खेती में काफी फायदा करवा सकते हैं –

पूसा हरित

पूसा हरित पालक की किस्म विशेष रूप से बरसात के मौसम के लिए तैयार की गई है। इसके पत्ते गहरे हरे और चिकने होते हैं, जो न केवल आकर्षक होते हैं बल्कि पौधों की रोगों से भी अच्छी रक्षा करते हैं। खासकर झुलसा और पत्ती गलन जैसे रोगों से यह किस्म काफी हद तक बचाव करती है। यह किस्म किसानों के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि इसकी पैदावार अच्छी होती है और बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।

अल्ली ग्रीन

अल्ली ग्रीन पालक की किस्म बरसात के मौसम के लिए आदर्श मानी जाती है। इसके पत्ते मोटे और भारी होते हैं, जिससे कटाई के समय अधिक वजन मिलता है। यह किस्म 30 से 35 दिन में पहली कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसमें दो से तीन कटाई भी आसानी से की जा सकती हैं। बरसात के मौसम में इसके पौधे अच्छे से बढ़ते हैं और इसे कम देखभाल की आवश्यकता होती है।

पूसा भाटी

पूसा भाटी पालक की किस्म उन खेतों के लिए बेहतरीन है जहां मिट्टी में नमी अधिक रहती है। इसके पत्ते लंबे और चमकदार होते हैं, जो ग्राहकों को बहुत पसंद आते हैं। यह किस्म जल्दी बढ़ती है और खरपतवार से मुकाबला करने में सक्षम होती है। बरसात में यह किस्म किसानों के लिए राहत का कारण बनती है, क्योंकि यह खरपतवार को नियंत्रित करने में मदद करती है।

देसी किस्में

लोधी पालक और काटा पालक जैसी देसी किस्में भी पालक की खेती में बेहद फायदेमंद हो सकती हैं। ये किस्में स्थानीय जलवायु में अच्छी तरह से उग जाती हैं और गांव के बाजारों में बिकने के लिए आकर्षक होती हैं। इनका स्वाद भी देसी होता है, जिसे लोग पसंद करते हैं। हालांकि, इन किस्मों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है, लेकिन सही देखभाल के साथ ये अच्छी फसल देती हैं।

Palak Ki Kheti की देखभाल के टिप्स

पालक की फसल को स्वस्थ रखने के लिए देखभाल करना बहुत जरूरी है। बरसात के मौसम में खरपतवार की समस्या बढ़ जाती है, इसलिए खेत की गुड़ाई हर 10 से 12 दिन में करनी चाहिए। इसके अलावा, कीटों से बचाव के लिए नीम की खली या गौमूत्र का छिड़काव करें। गौमूत्र और नीम तेल का मिश्रण छिड़कने से कीटों से बचाव होता है और फसल सुरक्षित रहती है।

अगर पालक के पत्तों पर धब्बे दिखाई दें, तो यह झुलसा और पत्ती गलन का संकेत हो सकता है। ऐसे में नजदीकी कृषि केंद्र से सलाह लें और उचित उपचार करें।

Palak Ki Kheti की कटाई और कमाई

Palak Ki Kheti में पहली कटाई बुवाई के 25 से 30 दिन बाद शुरू हो जाती है। इसके बाद हर 10 दिन में कटाई होती है। बरसात के मौसम में पालक की आपूर्ति कम होती है, जिससे बाजार में इसकी कीमत ज्यादा मिलती है। किसान गोरखपुर के बाजार में पालक बेचने वाले सूरज बताते हैं कि वह हर हफ्ते पालक की कटाई से ₹3,000 से ₹5,000 तक कमा लेते हैं।

Palak Ki Kheti
Palak Ki Kheti

फसल को सीधे ठेले वालों या स्थानीय बाजारों में बेचने से मुनाफा बढ़ सकता है। इसके अलावा, पालक की खेती से जुड़े छोटे-छोटे खर्चों के बावजूद, यह एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो सकता है।

किसानों के लिए सलाह

अगर आप Palak Ki Kheti से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो आपको सही किस्म का चयन करना होगा, खेत की उचित देखभाल करनी होगी और समय-समय पर सिंचाई और गुड़ाई करनी होगी। अगर आप मिट्टी की जांच करवाते हैं, तो इससे और बेहतर रिजल्ट मिल सकते हैं। उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग में मिट्टी जांच की सुविधा मुफ्त उपलब्ध है।

Palak Ki Kheti एक बेहतरीन तरीका है कम लागत में अच्छे मुनाफे का। इस पर सही किस्म का चयन, खेत की तैयारी और देखभाल से आप शानदार परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। तो इस बरसात में पालक की खेती शुरू करें और अपने खेत को हरा-भरा रखकर बंपर कमाई का आनंद लें।

यह भी पढ़ें :-