Prime Minister Ujjwala Scheme 2025: हर घर तक धुआँ-मुक्त रसोई का सपना

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Prime Minister Ujjwala Scheme 2025: के ग्रामीण और गरीब परिवारों में महिलाएँ लंबे समय तक लकड़ी, कोयला और गोबर के उपलों का इस्तेमाल करके खाना पकाती रही हैं। इससे न केवल रसोई धुएँ से भर जाती थी। बल्कि महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ता था। इसी समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) की शुरुआत की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य हर गरीब परिवार तक एलपीजी गैस कनेक्शन पहुँचाना और महिलाओं को स्वच्छ, सुरक्षित और धुआँ-मुक्त रसोई का तोहफ़ा देना है।

योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2016 में शुरू हुई थी। लेकिन समय के साथ इसमें कई बड़े बदलाव किए गए। योजना का मकसद बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों की महिलाओं को मुफ़्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को कनेक्शन के साथ चूल्हा और पहली रिफिल पर भी आर्थिक सहायता दी जाती है।

Prime Minister Ujjwala Scheme 2025

उज्ज्वला योजना 2025 की ताज़ा अपडेट

नई पात्रता सूची – अब 2025 में और परिवारों को इसमें जोड़ा गया है। ताकि ज़्यादा से ज़्यादा महिलाएँ इस योजना का लाभ उठा सकें।

सब्सिडी में बढ़ोतरी – बढ़ती गैस कीमतों को देखते हुए सरकार ने उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए सिलेंडर पर अतिरिक्त सब्सिडी देने का फैसला किया है।

ऑनलाइन आवेदन सुविधा – अब महिलाएँ अपने मोबाइल या ऑनलाइन पोर्टल के ज़रिए आवेदन कर सकती हैं। जिससे प्रक्रिया आसान हो गई है।

पर्यावरणीय लाभ – एलपीजी के इस्तेमाल से न सिर्फ़ स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। बल्कि वनों की कटाई और प्रदूषण में भी कमी आ रही है।

Prime Minister Ujjwala Scheme 2025

योजना का महत्व

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे महिलाओं का स्वास्थ्य सुरक्षित हुआ है। धुएँ से होने वाली आँख, फेफड़े और साँस की बीमारियों में कमी आई है। इसके अलावा महिलाओं का समय भी बच रहा है। जो वे शिक्षा, काम या परिवार के अन्य कार्यों में लगा सकती हैं। यह योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को ऊँचा उठा रही है और उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2025 गरीब परिवारों की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत है। यह केवल रसोई को धुआँ-मुक्त बनाने की पहल नहीं है। बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य, सम्मान और सशक्तिकरण से भी जुड़ी है। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में हर घर तक स्वच्छ ईंधन पहुँचे और कोई भी महिला पारंपरिक चूल्हे के धुएँ में अपना स्वास्थ्य न खोए।

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