Ration Card Scheme के तहत कई सालों से गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है, लेकिन अब इस योजना में एक बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। सरकार ने 16.67 लाख अपात्र राशन कार्डधारकों की पहचान की है, जो राशन का गलत फायदा उठा रहे थे। इनमें बड़े किसान, आयकरदाता, और कार मालिक जैसे लोग शामिल हैं। खाद्य एवं रसद विभाग ने इन अपात्र राशन कार्ड धारकों की छंटनी प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि केवल पात्र व्यक्तियों को ही योजना का लाभ मिल सके।

इस लेख में हम आपको Ration Card Scheme के तहत हुई छंटनी, पात्रता, और सरकार द्वारा किए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
Ration Card Scheme में धांधली का खुलासा
Ration Card Scheme का मुख्य उद्देश्य गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराना है। हालांकि, कुछ लोग जो इस योजना के पात्र नहीं हैं, वे भी इसका फायदा उठा रहे थे। सरकारी जांच के बाद यह पता चला है कि वे लोग, जिनके पास कारें, बड़ी कृषि भूमि या सालाना आय 3 लाख रुपये से ज्यादा है, वे भी राशन कार्ड धारक बनकर मुफ्त राशन ले रहे थे।
इनका नाम राशन कार्ड धारकों की सूची में था, जबकि वे आर्थिक रूप से सक्षम थे। अब सरकार इन अपात्र कार्ड धारकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने वाली है।
Ration Card Scheme में अपात्र राशन कार्डधारक के जिलेवार आंकड़े
खाद्य एवं रसद विभाग ने Ration Card Scheme के तहत जांच अभियान चलाया और कई जिलों में ऐसे लोग पाए गए जिन्होंने गलत तरीके से राशन का लाभ लिया। सरकार ने जिलेवार आंकड़े जारी किए हैं, जिनमें प्रमुख शहरों के आंकड़े शामिल हैं।
| जिला | राशन कार्ड के लिए अपात्र लोग |
| लखनऊ | 30,292 लोग |
| कानपुर | 17,741 लोग |
| प्रयागराज | 16,652 लोग |
| गाजियाबाद | 13,912 लोग |
| बरेली | 12,494 लोग |
इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि लखनऊ, कानपुर, और प्रयागराज जैसे शहरों में बड़ी संख्या में अपात्र राशन कार्डधारी पाए गए हैं। इन जिलों में गरीबों का राशन हक़ छिन रहा था।
आयकरदाता और बड़े किसान भी थे शामिल
जांच में यह भी सामने आया कि आयकरदाता और बड़े किसान इस योजना का गलत फायदा उठा रहे थे। जौनपुर में 39,269 आयकरदाता राशन कार्डधारक पाए गए। इसके अलावा, प्रयागराज, गोरखपुर, आजमगढ़ जैसे शहरों में भी आर्थिक रूप से संपन्न लोग राशन का लाभ ले रहे थे।
बड़े किसानों में वे लोग शामिल थे जिनके पास 5 एकड़ या उससे ज्यादा कृषि भूमि थी। उदाहरण के तौर पर प्रतापगढ़, सीतापुर, और अलीगढ़ में ऐसे किसान पाए गए, जो Ration Card Scheme के लाभ के पात्र नहीं थे।
Ration Card Scheme के पात्र कौन हैं?
Ration Card Scheme के तहत सरकार ने कुछ मानदंड तय किए हैं, ताकि केवल गरीब और जरूरतमंद लोग ही राशन का लाभ उठा सकें। इसके लिए दो मुख्य कार्ड होते हैं:
- अंत्योदय कार्ड: यह कार्ड उन लोगों को दिया जाता है जिनकी सालाना आय 2 लाख रुपये से कम है और जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं।
- गृहस्थी कार्ड: यह कार्ड शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए होता है जिनकी सालाना आय 3 लाख रुपये से कम हो, और ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए यह सीमा 2 लाख रुपये निर्धारित की गई है।
Ration Card Scheme के तहत अब क्या होगा?
अब, Ration Card Scheme में हुई धांधली और अपात्र राशन कार्ड धारकों के बारे में सरकार ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। खाद्य एवं रसद विभाग ने इन अपात्र राशन कार्ड धारकों की छंटनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिनके पास आर्थिक संपत्ति और सालाना आय अधिक है, उनके राशन कार्ड को रद्द कर दिया जाएगा।

यह छंटनी प्रक्रिया दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत की जा रही है, ताकि केवल गैर-आर्थिक रूप से सक्षम लोग ही राशन का लाभ ले सकें।
Ration Card Scheme का उद्देश्य गरीबों और जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध कराना है, लेकिन कुछ लोग जो इस योजना के पात्र नहीं थे, उन्होंने इसका गलत फायदा उठाया। सरकार ने 16.67 लाख अपात्र राशन कार्ड धारकों की पहचान की है और उनकी छंटनी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह कदम Ration Card Scheme में पारदर्शिता लाने और केवल पात्र व्यक्तियों को ही लाभ देने के लिए बेहद जरूरी था। अब, राशन कार्ड धारकों के सत्यापन के बाद केवल पात्र लोगों को ही राशन मिल सकेगा। इस तरह की कार्रवाई से सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि गरीबों तक राशन का सही वितरण हो।
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